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Taj mahal hotel (palace)mumbai | ताजमहल होटल मुम्बई

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Published 2 Aug 2020

#Great #india #historical #channel #video 50 Jamsetji Nusserwanji Tata, founder of the Tata Group, opened the Taj Mahal Palace, a hotel in Mumbai (formerly called Bombay) overlooking the Arabian Sea, on 16 December 1903. It was the first Taj property and the first Taj hotel. ताजमहल होटल महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर के अपोलो बंडर में स्थित है। ताज महल होटल 117 साल पुरानी इमारत है। ताज होटल में 565 कमरे है। ताज होटल का निर्माण जमशेदजी टाटा ने 1903 में कराया था। मुंबई में ताजमहल पैलेस एंड टॉवर को एशिया के सबसे प्रमुख होटल का दर्जा मिला है। ताज होटल में रेस्टोरेंट, बार, कॉफी की दुकान, नाइट कल्ब, पेस्टी की दुकान, किताब की दुकान, शॉपिंग सेंटर, पार्किंग, स्विमिंग पूल, हेल्थ क्‍लब, गोल्फ़, बेबी सिटिंग, ब्यूटी सैलून, लाउंडरी, डॉक्टर-आन-कॉल, अटेच्ड बाथ, गर्म पानी, टी.वी., आदि सुविधाएँ है। होटल का एक रोचक तथ्य ताजमहल होटल के निर्माण के पीछे एक रोचक कहानी छुपी हुई है। माना जाता है कि सिनेमा के जनक लुमायर भाईयों ने अपनी खोज के छ: महीनों बाद अपनी पहली फ़िल्म का प्रदर्शन मुम्बई में प्रदर्शित किया था। वे ऑस्ट्रेलिया जा रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में उन्होंने मुम्बई में फ़िल्म प्रदर्शन की बात सोची। 7 जुलाई 1896 को उन्होंने मुम्बई के आलीशान वोटसन होटल में अपनी 6 अलग अलग फ़िल्मों के प्रदर्शन आयोजित किए। इन प्रदर्शन को देखने के लिए मात्र ब्रिटिश लोग आए थे, क्योंकि वोटसन होटल के बाहर एक तख्ती लगी रहती थी, जिस पर लिखा होता था- (भारतीय और कुत्ते होटल में नहीं आ सकते हैं।) टाटा समूह के जमशेदजी टाटा भी लुमायर भाईयों की फ़िल्में देखना चाहते थे, लेकिन उन्हें वोटसन होटल में प्रवेश नहीं मिला। रंगभेद की इस घृणित नीति के ख़िलाफ़ उन्होंनें आवाज़ उठाई और दो साल बाद वोटसन होटल की आभा को धूमिल कर देने वाले भव्य ताजमहल होटल का निर्माण शुरू करवाया। 1903 में यह अति सुंदर होटल बनकर तैयार हो गया। कुछ समय तक इस होटल के दरवाज़े पर एक तख्ती भी लटकती थी जिस पर लिखा होता था – ( ब्रिटिश और बिल्लियाँ अंदर नहीं आ सकती !) 26 नवंबर, 2008 ये तारीख शायद ही कोई भूला हो। 10 आतंकी और तीन दिनों तक चले खूनी खेल ने मुंबई ही नहीं, देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को हिला दिया था। समुद्र के रास्ते देश की आर्थिक राजधानी मुंबई मेें दाखिल हुए 10 आतंकियों ने इस्लामी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के इशारे में मासूमों और बेगुनाहों के मौत के घाट उतार डाला। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनरस और ताज होटल में इसका सबसे खौफनाक मंजर देखने को मिला था। आतंकियों ने मुंबई के प्रमुख स्थलों पर हमला करते हुए लोगों पर ताबड़तोड़ गोलिया चलाई, ग्रेनेड फेकें, बेकसूरों को मारा और अंत में होटल ताज को अपने कब्जे में ले लिया था। ताज होटल आज भी उस हमले का गवाह है और आज भी वहां इस हमले के निशां मौजद है। follow on instagram (https://www.instagram.com/p/CDX9bSyl5WE/?igshid=18jwpti7squ3u) #GIHC by #HM

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